Kailash Parvat Kaha Hai – कैलाश पर्वत कौन से देश में है ?

Kailash Parvat Kaha Hai :- कैलाश पर्वत एक रहस्यमय पर्वत में से एक है, जो हिंदुओं में सबसे पवित्र माना जाता है। इसे केवल भारत के ही लोग नहीं बल्कि नेपाल के लोग भी पूछते हैं।

कई लोग कैलाश पर्वत की यात्रा भी करना चाहते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है, कि आखिर kailash parvat kaha hai? अगर आप भी कैलाश पर्वत के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज का यह लेख आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम विस्तार पूर्वक समझेंगे कि kailash parvat kaha hai ? साथ ही हम कैलाश पर्वत की कहानी और कैलाश पर्वत का रहस्य भी जानेंगे। तो लिए बिना देरी के लेख को शुरू करें।


कैलाश पर्वत कहां है ? | Kailash Parvat Kaha Hai

कैलाश पर्वत तिब्बत के दक्षिण दिशा में स्थित है। यह भारत नेपाल और तिब्बत की सीमाओं के करीब है। यह पर्वत हिंदू बौद्ध और जैन धर्म में एक पवित्र स्थल माना जाता है।

कैलाश पर्वत के पश्चिम दिशा में मानसरोवर झील है, जिसे शुद्ध पानी की उच्चतम झीलों में से एक माना जाता है। वहीं इसकी दक्षिण दिशा में राक्षसतल झील स्थित है, जो सबसे खारे पानी की उच्चतम झीलों में से एक है।

कैलाश पर्वत से होकर मुख्य नदियां ब्रह्मपुत्र, सतलुज और सिंधु निकलती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह कहा जाता है कि यह माना जाता है कि इस पर्वत पर भगवान शिव का निवास स्थान है और आज भी भगवान शिव इस पर्वत पर निवास कर रहे हैं।

तिब्बत के दक्षिण में स्थित यह कैलाश पर्वत माला का फैलाव कश्मीर से लेकर भूटान तक है। इस पर्वत की शिखर की आकृति शिवलिंग की तरह दिखाई पड़ती है जो कि भगवान शिव का प्रतीक है इसलिए इसका नाम कैलाश पर्वत रखा गया है।


कैलाश पर्वत की ऊंचाई कितनी है ? | Kailash parvat ki unchai kitni hai

कैलाश पर्वत की ऊंचाई 6638 मीटर यानी 21778 फिट है। इस पृथ्वी का छठ भी कहा जाता है क्योंकि यह दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वतों में से एक है। कैलाश पर्वत हिमालय की त्रिशूल पर्वत श्रृंखला में स्थित है और यह एक शंकु के आकार का पर्वत है।

भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है वही जैन धर्म में इसे भगवान आदिनाथ का निवास स्थान माना जाता है। कैलाश पर्वत समुद्र तल से 2268 फीट ऊंचा है।

साथ ही यह पर्वत 4 मुख चोटी वाला पर्वत है, जिसमें इसकी पहली चोटी उत्तर की और दूसरी चोटी दक्षिण और तीसरी चोटी पूरब और अंत में चौथी चोटी पश्चिम की ओर है।

क्योंकि यह पर्वत मानसरोवर झील के पास है, तो सबसे पहले लोग इसकी यात्रा करने के लिए मानसरोवर झील तक पहुंचते हैं और फिर मानसरोवर झील से कैलाश पर्वत की दूरी 40 किलोमीटर है।


कैलाश पर्वत की कहानी

कैलाश पर्वत से संबंधित हिंदू धर्म में कई सारी कहानियां प्रचलित है। आइये हम इन कहानियों के बारे में जानते हैं।

कैलाश पर्वत से संबंधित एक यह कहानी प्रचलित है कि यहां पर कुछ अलौकिक शक्तियों का निवास है। और यहां पर पुण्य आत्माएं रहती हैं। ऐसे कई तपस्वी है जो आज भी इस पर्वत पर रहकर तपस्या कर रहे हैं और उनकी तपस्या भंग ना हो सके, इसलिए आज तक कोई भी इस पर्वत पर नहीं चढ़ सका है।

इसके अलावा कैलाश पर्वत से संबंधित एक कहानी यह प्रचलित है कि यह कैलाश पर्वत वहीं पर है जहां पर माता सती का दाया हाथ गिरा था। ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान विष्णु ने अपने चक्र से देवी सती के शरीर के टुकड़े किए थे तो उनका दाया हाथ इस स्थान पर आकर गिरा था और यहीं पर कैलाश पर्वत उत्पन्न हुआ।


कैलाश पर्वत का इतिहास क्या है ?

कैलाश पर्वत का इतिहास प्राचीन कथाओं से भरा हुआ है। साथ ही से संबंधित कई मान्यताएं भी हैं। कैलाश पर्वत को केवल भगवान भोलेनाथ का ही नहीं बल्कि कई अन्य देवी देवताओं का भी निवास स्थान माना जाता है।

कैलाश पर्वत के इतिहास में सबसे पहली बात यह कही गई है कि इस पर्वत के ऊपर स्वर्ग जाने का रास्ता है और इसी पर्वत के नीचे मृत्यु लोक है।

साथ ही यह बताया जाता है कि कैलाश पर्वत के पास कुबेर नगरी भी है और यहां पर जाकर आपको लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। कैलाश पर्वत के इतिहास में सबसे बड़ा इतिहास से अभी शामिल है कि इसके पास स्थित मानसरोवर झील में जो भी स्नान करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।

क्योंकि ऐसा कहा गया है कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को यहीं से मोक्ष मिला था। और बुद्ध के दाम चौक को कैलाश पर्वत से निर्माण मिला था। शिव पुराण मत्स्य पुराण और स्कंद पुराण में कैलाश पर्वत के बारे में काफी ज्यादा उल्लेख है।

जिसमें बताया जाता है कि इस पर्वत के पश्चिमी भाग को रूबी और पूर्वी भाग को क्रिस्टल कहा गया है। साथ ही इसके उत्तर के भाग को स्वर्ण कहा जाता है और दक्षिण के भाग को नीलम बताया जाता है।


कैलाश पर्वत का रहस्य

कैलाश पर्वत में जहां कई सारे इतिहास शामिल है वही कैलाश पर्वत कई रहस्यों से भी गिरा हुआ है। यह पर्वत पूरे साल बर्फ से ढका रहता है और इसका आकार भी अन्य पर्वतों से भिन्न है।

यह कैलाश पर्वत के कुछ महत्वपूर्ण रहस्यों को जानते हैं।

  1. इससे संबंधित पहले रहस्य यह है कि कई लोगों ने इस पर्वत के आसपास डमरू और ॐ की आवाज सुनी है। लेकिन यह आवाज कहां से आती है यह अभी भी रहस्य है।
  2. आज तक इस पर्वत पर कोई नहीं चढ़ सका है। और जिन्होंने भी इस पर्वत पर चढ़ने का प्रयास किया है उन्हें मुखी खानी पड़ी है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि एक तिब्बती बौद्ध योगी मेलाराप द्वारा इस शिखर पर चढ़ाई की गई थी। लेकिन उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा है।
  3. कैलाश पर्वत को धरती का केंद्र भी कहा जाता है क्योंकि इसके एक और उत्तरी ध्रुव और दूसरी और दक्षिणी ध्रुव है। यह हिमालय का भी केंद्र है, क्योंकि यह पूरे हिमालय में बीचो-बीच स्थित है।
  4. कैलाश पर्वत को भगवान शिव का स्थान माना जाता है जो केवल देवताओं के ही नहीं बल्कि राक्षसों के भी भगवान द। और अगर देखा जाए तो कैलाश पर्वत के एक तरफ सबसे उच्चतम झील मानसरोवर झील और दूसरी तरफ रक्षा नामक झील स्थित है।
  5. कैलाश पर्वत का सबसे बड़ा रहस्य यह भी है कि यहीं से सारी नदियों का उद्गम हुआ है। यानी के चारों दिशाओं में जो नदियां जाती हैं इसी पर्वत से निकलती है।
  6. कई बार कैलाश पर्वत पर लाइट चमकती हुई देखी गई है जो की सा तरह की होती है। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस पर्वत पर चुंबकीय बल ऐसा है जिसके कारण इस तरह की लिए आसमान में दिखती हैं।

FAQ’s :-

Q1. कैलाश पर्वत पर किसका निवास है ?

Ans- कैलाश पर्वत पर भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है।

Q2. क्या कोई कैलाश पर्वत पर पहुंच सकता है ?

Ans- अभी तक कोई भी व्यक्ति कैलाश पर्वत पर नहीं पहुंच सका है।

Q3. कैलाश पर्वत भारत में है या चीन में ?

Ans- कैलाश पर्वत तिब्बत के दक्षिण दिशा में स्थित है जिसकी सीमा चीन और भारत दोनों से ही मिलती 
है। और साथ ही इसकी सीमा नेपाल से भी मिलती है।

Q4. कैलाश पर्वत पर चढ़ने वाला व्यक्ति कौन है ?

Ans- कई लोगों द्वारा कहा जाता है, कि कैलाश पर्वत पर एक तिब्बती योगी मेलाराप ने चढ़ाई की थी। 
परंतु यह बात अभी तक सिद्ध नहीं हुई है।

निष्कर्ष :- 

किस लेख में हमने जाना की kailash parvat kaha hai ? साथ ही हमने कैलाश पर्वत से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण रहस्यों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की है। उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको कैलाश पर्वत से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां मिल पाई होगी।

यदि आपके मन में इस लेख से संबंधित कोई सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।


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